केजरीवाल पर नया संकट; मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी जांचें करने का आरोप, नकली मरीज दिखाए, घोटाले पर दिल्ली LG ने CBI जांच की सिफारिश की
AAP Mohalla Clinic Fake Tests Scam Delhi LG Recommends CBI Inquiry
AAP Mohalla Clinic Scam: सीएम अरविंद केजरीवाल अब एक नए संकट में आ गए हैं। दिल्ली शराब घोटाले में ईडी के समन से परेशान केजरीवाल पर अब मोहल्ला क्लीनिक में घोटाले का गंभीर आरोप लग गया है। आरोप है कि, मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी जांचें की गईं। रिकॉर्ड्स में नकली मोबाइल नंबर और गैर-मौजूद मरीज दिखाए गए और फर्जी बिलिंग कर प्राइवेट लैब्स से मिलकर कमीशन खोरी की गई। फिलहाल, दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक में इस घोटाले को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है।
दिल्ली LG ने सिफ़ारिश करते हुए कहा है कि आम आदमी पार्टी मोहल्ला क्लीनिक में मरीजों के प्रवेश को चिह्नित करने के लिए नकली/गैर-मौजूद मोबाइल नंबरों का उपयोग किया गया। सीबीआई को सिफ़ारिश करते हुए घोस्ट मरीजों का जिक्र किया गया है यानि जिन मरीजों का वहां अस्तित्व ही नहीं था उन्हें रिकॉर्ड्स में दिखाया गया। बहराल अब अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
मोहल्ला क्लीनिक नहीं, मौत का क्लीनिक
इधर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंदर सचदेवा ने कहा कि, मोहल्ला क्लीनिक नहीं, मौत का क्लीनिक कहिए। सचदेवा का कहना है कि अभी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नकली दवाइयाँ दे रहे थे और इस मौत के क्लीनिक में भी नकली दवाइयाँ दी गईं। ऊपर से फर्जी जाँचें भी की गईं। ये घोटाला स्तब्ध करने वाला है। वीरेंदर सचदेवा ने कहा कि, फर्जी कागजात जमाकर सैकड़ों करोड़ों रूपय खा गए।
सचदेवा ने बताया कि, एक ही नंबर 300-300 टेस्ट हैं, एक नंबर जो अधूरा है उसपर 185 टेस्ट हैं। मरीज मौजूद ही नहीं है लेकिन फिर भी उसे रिकॉर्ड्स में दिखा रखा है। वीरेंदर सचदेवा ने कहा कि, केजरीवाल इस घोटाले से बच नहीं सकते, ये मामला 2022 से उनके संज्ञान में था। लेकिन वह चुप्पी साधे रहे। क्योंकि प्राइवेट लैब्स टेस्ट कर रही थी और सबको कमीशन मिल रहा था। इसलिए केजरीवाल को इस्तीफ़ा देना चाहिए और जिन मंत्रियों और अधिकारियों की मिलीभगत है उनको सजा मिलनी चाहिए।
सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस वार्ता की
बीजेपी सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने तो बाकायदा इस घोटाले पर प्रेस वार्ता की। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ये जो तथाकथित मोहल्ला क्लीनिक था इसके अंदर जांच की व्यवस्था की गई थी... इस प्रकार के तथ्य सामने आए हैं कि एक दिन में 500 मरीज देखे गए हैं... जबकि मोहल्ला क्लीनिक का औपचारिक समय सुबह 9 बजे से 1 बजे तक है... 240 मिनट में किसी ने अगर 533 मरीज देख लिए तो इसका मतलब आधे मिनट में एक मरीज देखा गया है... इतने समय में तो आदमी मंदिर में दर्शन भी नहीं कर पाता है जितने समय में डॉक्टर ने रोग को समझकर उसका निदान-समाधान सब लिख दिया। ये ईमानदारी का नया किरदार है..."
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
इधर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजनीति में आने से पहले अरविंद केजरीवाल ईमानदारी की बड़ी-बड़ी बातें करते थे... जितने लोगों को उन्होंने ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया, कोर्ट ने उनमें से किसी को भी जमानत नहीं दी। उपमुख्यमंत्री हो, मंत्री हो या सांसद, आज AAP नेता जेलों में पड़े हैं... अब तो नए-नए भ्रष्टाचार सामने आ रहे हैं। पहले फर्जी दवाइयों का और अब फर्जी जांच का। यानी जांच भी फर्जी, दवाइयां भी फर्जी...
वहीं बीजेपी नेता शहज़ाद पूनावाला ने कहा कि ऐसा कोई सगा या विभाग नहीं जिसे AAP और अरविंद केजरीवाल ने ठगा नहीं। केवल शराब ही नहीं दवाई में भी और जांच में ना जाने से लेकर जांच करवाने में भी जो भ्रष्टाचार अरविंद केजरीवाल और AAP की सरकार ने किया है, उसकी एक के बाद एक परतें खुलती जा रही हैं। एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। बीजेपी संसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज दिल्ली की गली-गली में लोग बोल रहे हैं कि कट्टर बेईमान से भी ऊपर निकल गए हैं अरविंद केजरीवाल।